घटना के दौरान कमरे के बाहर खड़ा नैपाल सिंह तमंचे से लगातार फायर करता रहा था।
3.
यहां नागेंद्र राय, शशिकांत राय, महेंद्र सिंह ठाकुर व जागेश राय ने लगातार फायर करना शुरू कर दिए।
4.
द्वितीय विश्वयुद्ध के अन्तिम दिनों में ही जर्मनी ने एक ऐसी राइफल निर्मित की थी जो एक के बाद एक लगातार फायर कर सकती थी ।
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ग्लॉक पिस्टल रेंज: 50 मीटर [जारी है] खूबियां: फायर करने में आसान, सटीक निशाना, कई मैगजीन लगातार फायर की जा सकती हैं, नाल गर्म नहीं होती।
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एक तो यह कि जब चाहें लगातार फायर कर सकें, दूसरा सुधर लक्ष्य पर ही सही निशाना लगा सकने की व्यवस्था में किया गया है, जिससे रात हो अथावा दिन, अचूक निशाना लगाया जा सकता है ।